वहीं ज़मीं मेरी वहीं मेरा आसमान है,
वहीं है खुदा मेरा वहीं मेरा भगवान है।।
नींद अपनी भुला के सुलाया हमको,
आँसू अपने सुखा के हँसाया हमको,
देकर सर्वस्व जिसने भुलाया स्वयं को,
पिता ही तो हैं जिसने हर ख़ुशी से मिलाया हमको,
पिता के बिना जिन्दगी विरान है,
सफ़र तन्हा और राह सुनसान है,
वहीं था जमीं मेरी वहीं आसमां है,
वहीं है खुदा मेरा वहीं मेरा भगवान है।।
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