रविवार, 20 अगस्त 2017

जब से देखा उसे दिनाँक २१ अगस्त २०१७

जब से देखा उनको, चाँद नजर आया है,
मन हिडोले खाने लगा प्यार नजर आया है ।।

देखकर तुझे मन हैरान है,
सूरत से सीरत का ख्वाब नजर आया है ।।

उसकी हँसी  देखकर झूमने लगा,
शायद ख़ुशी का नया पैगाम आया है ।।

नैन भी बातें करने लगे है अब,
जब से काजल ने हाथ मिलाया है ।।

काजल ने नैनों से कहा इठलाते हुये,
होंठ चुप है,शायद बरसात का मौसम आया है ।।

चेहरे से नकाब जूँ ही उतारा उसने,
शरमा गया चाँद मेरा छुईमुई नजर आया है ।।

जब से बात करने लगे उनसे इजहार की,
गफ़लत सी होने लगी इन्तजार नजर आया है ।।

चाँद ने ली ओढ़ खामोशी की चादर,
चुप-चुप सा आफताब नजर आया है।।